भिलाई। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न न्यूज चैनलों और सर्वे एजेंसियों की ओर से एग्जिट पोल जारी किए गए। ज्यादातर एग्जिट पोल ने बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर बताई है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के विभिन्न एग्जिट पोल में एबीपी न्यूज और सी वोटर की रिपोर्ट गौर करने वाली है। इस सर्वे एजेंसी की ओर से जारी किए गए रिपोर्ट में कई क्षेत्र में वोट प्रतिशत ज्यादा लाने के बाद बावजूद सीटें हासिल करने में कांग्रेस से पीछे दिख रही है।
एबीपी सी वोटर के एग्जिट पोल में छत्तीसगढ़ की कुल 90 सीटों में बीजेपी को 36-48 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि सत्ताधारी कांग्रेस को 41-53 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं अन्य को अन्य को 0-4 सीटें मिलने का अनुमान है। सर्वे रिपोर्ट में 28 सीटें ऐसी हैं जिसमें कांटे की टक्कर दिख सकती है। इन 28 सीटों में 12 बीजेपी को, 15 कांग्रेस को और अन्य को एक सीटें जा सकती है। यही नंबर बीजेपी के पक्ष में जाते हैं तो बीजेपी को 54 से 60 सीटें, कांग्रेस को 29 से 35 सीटें और अन्य को शून्य से 3 सीटें जा सकती हैं। अगर ये 28 सीटें कांग्रेस के पक्ष में जाती है तब बीजेपी को 27 से 33, कांग्रेस को 56 से 62 सीटें और अन्य शून्य से 3 सीटों पर सिमट जाएगी। इस आधार पर इन 28 सीटों से ही सत्ता का रूख तय होगा।
दूसरी ओर न्यूज 24 और चाणक्य का एक्जिट पोल छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते दिखा रहा है। इस पोल की मानें तो राज्य में हालांकि कांग्रेस को नुकसान हो रहा है, लेकिन फिर भी वह बहुमत के आंकड़ो को पार कर रही है। वैसै, ज्यादातर एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त दिखाई गई है। न्यूज-24 और चाणक्य के एग्जिट पोल के अनुसार, राज्य में कांग्रेस की सरकार बन सकती है। हालांकि वोट शेयर में दोनों पार्टी के बीच ज्यादा अंतर नहीं दिखाया गया है। इस एग्जिट पोल के अनुसार, राज्य में कांग्रेस को 2018 के मुकाबले इस बार बड़ा नुकसान है। बीजेपी ने लंबी छलांग लगाई है लेकिन बीजेपी बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ों से दूर दिख रही है।
एग्जिट पोल के अनुसार, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 57 सीटें मिलने का अनुसान है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 68 विधानसभा सीटें मिली थीं। वहीं, बीजेपी के खाते में 33 सीटें मिलने का अनुमान है। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मात्र 15 सीटों पर संतोष करना पड़ा था। एग्जिट पोल के अनुसार, कांग्रेस को बस्तर और सरगुजा क्षेत्र में बड़ा नुकसान हो रहा है। एग्जिट पोल के अनुसार, बीजेपी को 40 फीसदी वोट शेयर मिल सकता है। कांग्रेस के खाते में 45 फीसदी वोट शेयर आ सकता है। हालांकि एग्जिट पोल में कहा गया है कि दी गई सीटों में 8 सीटें ऊपर नीचे हो सकती हैं। छत्तीसगढ़ के सेंट्रल रीजन में 64 विधानसभा सीटें हैं। इस रीजन में बीजेपी को 28 से 32, कांग्रेस को 31 से 35 और अन्य के खाते में दो सीटें जा सकती हैं।
भाजपा उत्साहित, रमन ने कहा,- लगाई ऊंची छलांग
छत्तीसगढ़ एक्जिट पोल के नतीजों से भाजपा फील गुड महसूस कर रही है। सूबे के कद्दावर भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि एक्जिट पोल के नतीजों से स्पष्ट हो चुका है कि भारतीय जनता पार्टी ने एक बड़ी छलांग लगाई है। ये आंकड़े रुझान के संकेत दे रहे हैं। हम 15 सीट से 48 सीटों की ओर जाते नजर आ रहे हैं। मेरा मानना है कि भाजपा को केवल 48 सीटों तक सीमित करना सही नहीं है। भाजपा के पक्ष में उक्त रुझान 55 से 56 सीटों पर जाकर थमेंगे। छत्तीसगढ़ में भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के दावों पर तंज कसते हुए रमन सिंह ने कहा- 75 पार वाले 40 पर पहुंच गए हैं। 2-3 सर्वे में उन्हें 40 तक दिखाया जा रहा है। वे 75 पार कह रहे थे अब 40 पर आकर रुक गए हैं। 3 तारीख को जो नतीजे आएंगे उसमें कांग्रेस 40 से भी नीचे जाने वाली है। प्रदेश भाजपाध्यक्ष अरुण साव ने कहा- एग्जिट पोल का आकार सीमित होता है। भाजपा का सैंपल साइज बहुत बड़ा है। मैं पिछले डेढ़ साल से छत्तीसगढ़ में घूम रहा हूं। मैं हर विधानसभा में गया हूं और लोगों से बातचीत की है उस आधार पर मैं कह सकता हूं कि 3 दिसंबर को छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनेगी।
कांग्रेस हासिल करेगी भारी बहुमत- भूपेश
एग्जिट पोल के अनुमानों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी पार्टी ‘भारी बहुमतÓ हासिल करने की राह पर है। अधिकांश सर्वेक्षणकर्ता कांग्रेस की सीटों की संख्या 57 होने की भविष्यवाणी कर रहे हैं। 3 दिसंबर को मतगणना के दिन परिणाम घोषित होने तक यह संख्या 75 हो जाएगी। हम छत्तीसगढ़ में भारी बहुमत के साथ सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य में अनुमानित आंकड़े सही रहने पर भाजपा ‘ऑपरेशन लोटसÓ शुरू कर सकती है, बघेल ने कहा- वे ऐसा करने में सक्षम नहीं होंगे। इधर, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने एग्जिट पोल पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बरकरार रहेगी। हम सभी को तीन दिसंबर तक का इंतजार करना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि यदि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता बरकरार रखती है तो मुख्यमंत्री कौन होगा? टीएस सिंहदेव ने कहा- कोई भी खुद को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश नहीं करना चाहता और यह फैसला आलाकमान को लेना चाहिए। पार्टी आलाकमान जिसे भी मुख्यमंत्री बनाएगा वह सभी को स्वीकार होगा। उन्होंने छत्तीसगढ़ की ही तरह एमपी में भी सरकार बनाने के प्रति आश्वस्ति जाहिर की।
एग्जिट पोल से उपजा संदेह, शुरू हुई विधायकों की निगरानी
एग्जिट पोल आने के बाद राजनीतिक दल सतर्क हो गए हैं। भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दलों ने अपने भावी विधायकों की कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। कांग्रेस अपने भावी विधायकों को विश्वास में बनाए रखने के लिए उन्हें एकजुट करने की रणनीति बना रही है। बताते हैं कि परिणाम आते ही कांग्रेस अपने जीते प्रत्याशियों को बैंगलुरू भेज सकती है। इसके लिए कांग्रेस ने 72 सीटर चार्टर्ड प्लेन भी बुक करा रखा है। इसमें विजयी विधायकों के साथ ही पार्टी के शीर्ष नेता भी होंगे। कांग्रेस के लिए कर्नाटक को सबसे सुरक्षित जगह बताया जा रहा है। वहां भी कांग्रेस की सरकार है। जीत का सर्टिफिकेट मिलते ही सभी विधायकों को रायपुर बुलाया गया है। वीआइपी रोड स्थित एक होटल में नवनिर्वाचित विधायकों को रोका जा सकता है। हालांकि फिलहाल सिर्फ एग्जिट पोल के आधार पर ही सरकार बनाने के दावे प्रतिदावे किए जा रहे हैं, लेकिन यह भी सच्चाई है कि इस बार दोनों दलों के बीच कांटे का मुकाबला है। कांग्रेस जहां भूपेश बघेल के चेहरे पर भरोसा जता रही है, वहीं भाजपा ने मोदी की गारंटियों के आधार पर अपना मजबूत दावा पेश किया है।




