भिलाई। दुर्ग रेंज के आईजी राम गोपाल गर्ग द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन ईगल के तहत रेंज के सभी जिलों की पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। दुर्ग रेंज के सभी जिलों में पुलिस ने 500 से ज्यादा स्थाई वारंटियों की तामिली की है। वर्षों से दीगर जिलों के साथ ही अन्य राज्य जैसे मध्य प्रदेश, ओड़ीशा, तमिलनाडु, पंजाब, पश्चिम बंगाल, बिहार में छिप कर रह रहे वारंटियों पर नकेल कसी गई।
वारंटियों की धरपकड़ के लिए दुर्ग रेंज के आईजी रामगोपाल गर्ग ने अभियान ऑपरेशन ईगल शुरू किया। इसके तहत पुलिस को आधूनिक तकनीक से वारंटियों की धरपकड़ का निर्देश दिया गया था। उन्होंने विभिन्न प्रकार के वारंटों का वर्गीकरण करके साइंटिफिक तरीके से उनका विश्लेषण किया साथ ही जिलों को टारगेट बेस्ड एप्रोच के जरिए मॉडर्न तकनीक अपनाते हुए वारंट तामील करने के लिए निर्देशित किया। इसके तहत वर्षों से लुक छिप कर रह रहे वारंटियों पर नकेल कसते हुए आधुनिक तकनीक का उपयोग एवम लगातार सुपरवीजन से आरोपियों की धरपकड़ की गई।
जिला बालोद, बेमेतरा, दुर्ग के राजपत्रित पुलिस अधिकारियों की देख रेख मे जिला मुख्यालय एवं प्रत्येक थाना स्तर पर थाना प्रभारियो को अपने अपने क्षेत्र में लंबित स्थाई वारंटियों एवं गिरफ्तारी वारंटियों के विरुद्ध अभियान चलाकर शीघ्र धरपकड़ कर माननीय न्यायालय मे पेश करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में दुर्ग रेंज के जिला दुर्ग पुलिस द्वारा अभियान ईगल के तहत एक मार्च से 31 मार्च 2024 तक समस्त थानों से कुल 356 स्थाई वारंटों की तामिल की गई।
इसी प्रकार जिला बेमेतरा पुलिस द्वारा अभियान ईगल के तहत एक मार्च से 31 मार्च 2024 तक की स्तिथि में जिले के समस्त थानों से कुल 55 स्थाई वारंटियों की तामिली की गई। इसके अलावा बालोद पुलिस द्वारा अभियान ईगल के तहत इसी अवधि में कुल 161 स्थाई वारंटो का निराकरण किया गया है। इस अभियान में दीगर राज्य जिसमें मध्य प्रदेश, उड़ीसा, तमिलनाडु, पंजाब,पश्चिमबंगाल, बिहार, महाराष्ट्र आदि राज्यों के वारंटों को माननीय न्यायालय में पेश करने में सफलता मिली है। दुर्ग रेंज में वारंट तामिली मे सर्वाधिक 204 वारंट धारा 138 (एनआईएक्ट) में की तामिली एवं 96 स्थाई वारंट मारपीट से संबंधित धारा के तहत तामिल किये गए हैं। इसके साथ ही चोरी व नकबजन के 62 वारंटो की तामिली में दुर्ग रेंज पुलिस को सफलता मिली है। वारंटियों के खिलाफ यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।