जशपुर। जशपुर के कुनकुरी थाना क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली है। मामले में पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर में शामिल पति पत्नि एवं पुत्र को गिरफ्तार किया है। जादू टोना के शक में हत्या की बात सामने आई है। एक ही परिवार के तीन लोगों ने मिलकर कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या कर दी और शव को सड़क पर फेंक दिया था। हत्या की वारदात के लगभग 6 दिन बाद पुलिस ने इसका खुलासा किया है। मामले में गांव की महिला सहित उसके पति व बेटे को गिरफ्तार किया गया है। मामला कुनकुरी थाने का है।इनके खिलाफ धारा 302, 120(बी) व छत्तीसगढ़ टोनही प्रताड़ना अधिनियम 2012 की धारा 4, 5 के कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया।
बता दें 16 नवंबर को कुनकुरी पुलिस को सूचना मिला कि हर्राडांड़ जखाटोली में शव मिला है। पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक की पहचान वृन्दा राम नागवंशी (64) के रूप में हुई। उसके सिर, चेहरे पर गंभीर चोट के निशान मिले। प्रथम दृष्टया में किसी हथियार से उसकी हत्या करने के प्रमाण मिले। इस मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने गांव में कई लोगों से पूछताछ की। इस दौरान पुलिस को हर्राडांड़ का मनोज कुमार एवं उसके पुत्र किरनजीत पर शक हुआ। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ में दोनों ज्यादा देर तक झूठ नहीं बोल पाए और सारी सच्चाई बता दी। पुलिस ने मनोज कुमार एवं उसके पुत्र किरनजीत के साथ उसकी पत्नी फुलमेत बाई को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस से जानकारी मिली कि आरोपी पति-पत्नी बीते पांच वर्षो से गांव के बैगा वृंदाराम की हत्या करने की कोशिश में लगे हुए थे। मृतक को 15-16 नवंबर की दरमियानी रात में अकेले पाकर पहले मां-बाप ने डंडे से बेदम पिटाई कर दी और उसके बेहोश हो जाने पर मरा समझकर घर जाकर बेटे को जानकारी दी। बाद में बेटे ने जाकर देखा तो उसे जिंदा देख कुल्हाड़ी से मारकर मौत के घाट उतार दिया।
थाना प्रभारी सुनील सिंह ने बताया कि मृतक के पुत्र संजय राम की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। उन्होंने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने विशेष टीम बनाकर अज्ञात आरोपी की तलाश शुरू की। इसी दौरान टीम को पता चला कि हर्राडांड का मनोज कुमार एवं उसका पुत्र किरनजीत मृतक वृन्दा राम पर जादू टोना करने का शक करते हुए रंजिश रखते थे। संदेह के आधार पर मनोज कुमार, किरनजीत को हिरासत में लेकर घटना के बारे मे बारीकी से पूछताछ करने पर बताया कि वृन्दाराम उर्फ बैगा झाड़-फूंक का काम करता था। वह जब भी मिलता था, कहता था जादू-टोना कर दूंगा। इनके परिवार के लोग अक्सर बीमार रहते थे। पुत्र किरनजीत भी बहुत बीमार पड़ा था। आरोपियों को शक था कि वृन्दाराम ही परिवार के लोगों पर जादू-टोना करता है, इसलिए साजिश रची कि मौका मिलने पर वृन्दाराम को जान से मारकर खत्म कर देंगे।
उन्होंने बताया कि 15 नवंबर की रात करीब 9 बजे आरोपियों के हाथ वृन्दा लग गया, इस दौरान मनोज कुमार जान से मारने की नीयत से उसके गले, सिर पर अपने पास रखा लकड़ी का डंडा मारा, तब वृन्दाराम रोड पर गिर कर बेहोश हो गया। फिर पत्नी फुलमईत के साथ दोनों सीधे अपने घर आ गए और बेटे किरनजीत को बताया। किरनजीत घर से कुल्हाड़ी लेकर गया और वृन्दाराम को जिंदा देखकर 3-4 बार कुल्हाड़ी के पिछले हिस्से से उसके सिर में मारकर हत्या कर दी।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त आला जरब डंडा, टांगी, वारदात के समय पहना कपड़े आदि जब्त कर लिया है। प्रकरण में धारा 302, 120(B) IPC के तहत आरोपी मनोज कुमार (58 वर्ष) पिता स्व. सुंदरू राम, किरनजीत (20 वर्ष) पिता मनोज कुमार, फुलमत बाई (55 वर्ष) पति मनोज कुमार सभी निवासी हर्राडांड जखाटोली थाना कुनकुरी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी सुनील सिंह, एएसआई मनोज साहू, प्रधान आरक्षक मोहन बंजारे, अलिका पैंकरा, आरक्षक प्रमोद रौतिया, पूनम यादव,अमित एक्का, छविकान्त पैंकरा, चंद्रशेखर बंजारे की भूमिका रही।