मुंबई। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ इकलौते टेस्ट मैच में 347 रन से जीत हासिल की। इस मैच को जीतने के साथ ही टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया। उसने पहली बार अपने घरेलू मैदान पर टेस्ट में इंग्लैंड को हराया। भारतीय महिला टीम की इंग्लैंड के खिलाफ यह कुल तीसरी जीत है। इससे पहले उसने 2006 में टॉन्टन और 2014 में वॉर्मस्ले में जीत हासिल की थी। महिला टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत भी हासिल की। इससे पहले श्रीलंका की महिला टीम ने पाकिस्तान को 1998 में 309 रन से हराया था। वहीं, न्यूजीलैंड ने 1972 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 188 रन से जीत हासिल की थी।
पहली पारी में 428 रन बनाने के बाद टीम इंडिया इंग्लैंड को पहली पारी में 136 रन पर समेट दिया। ऐसे में भारत को पहली पारी में 292 रन की बढ़त मिली थी। टीम इंडिया ने दूसरी पारी को छह विकेट पर 186 रन पर घोषित कर दिया। इस तरह इंग्लैंड को जीत के लिए 479 रन का लक्ष्य मिला। उसकी पूरी टीम दूसरी पारी में 131 रन पर सिमट गई। भारत के लिए दीप्ति शर्मा ने चार और पूजा वस्त्राकर ने तीन विकेट लिए। राजेश्वरी गायकवाड़ को दो सफलता मिली। रेणुका सिंह ठाकुर ने एक विकेट अपने नाम किया।
भारतीय पारी के दौरान चार बल्लेबाजों ने अर्धशतक लगाए। इनमें डेब्यू करने वालीं शुभा सतीश ने सबसे ज्यादा 69 रन बनाए। वहीं, जेमिमा रोड्रिग्स ने 68 रन और दीप्ति शर्मा ने 67 रन की पारी खेली। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 49 रन बनाए। इसके अलावा स्मृति मंधाना ने 17, शेफाली वर्मा ने 19 रन, स्नेह राणा ने 30 रन और पूजा वस्त्राकर ने 10* रन की पारी खेली। वहीं भारत की दूसरी पारी की बात करें तो कप्तान हरमनप्रीत कौर ने सबसे ज्यादा नाबाद 44 रन बनाए। उनके पास अर्धशतक लगाने का मौका था, लेकिन उन्होंने पारी घोषित करने का फैसला किया। शेफाली वर्मा ने 33 और जेमिमा रोड्रिग्स ने 27 रन की पारी खेली। स्मृति मंधाना ने 26 और दीप्ति शर्मा ने 20 रन बनाए। पूजा वस्त्राकर 17 रन बनाकर नाबाद रहीं। यास्तिका भाटिया ने नौ रन बनाए और स्नेह राणा खाता नहीं खोल पाईं। इंग्लैंड के लिए चार्ली डीन ने चार और सोफी एक्लेस्टोन ने दो विकेट लिए।