दुर्ग। पीएचडी की डिग्री दिलाने के नाम पर दुर्ग के शख्स से एक लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। दुर्ग में हुए एक सम्मेलन के दौरान शख्स की मुलाकात शातिर से हुई। शातिर ने खुद को केन्द्रीय मंत्री का सलाहाकार बताया और बड़े मंच पर उन्हें पीएचडी की उपाधि से सम्मानित करने का भरोसा दिलाया। इसके बाद रजिस्ट्रेशन के नाम पर एक लाख ले लिए और इसके बाद टालने का सिलसिला शुरू हुआ। लगभग एक साल तक घनचक्कर बनने के बाद शख्स ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई। पद्मनाभपुर पुलिस ने इस मामले में धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।
दरअसल यह पूरा मामला 20 नवंबर 2022 को शुरू हुआ। 13/15 ऋषभ नगर फेस 2 दुर्ग निवासी विजय गुप्ता की मुलाकात सनातन धर्म सभा के सम्मान समारोह चांदनी चौक दिल्ली निवासी डॉ तपन काकटी से हुई थी। इस कार्यक्रम में विजय गुप्ता ने मंच संचालन किया। मंच संचालन की तारीफ करते हुए डॉ तपन ने विजय गुप्ता से मेल मिलाप बढ़ाया और मोबाइल नंबर लेने के बाद दिल्ली लौट गया। इसके बाद 21 नंवबर 22 को विजय गुप्ता के मोबाइल पर वाट्सएप मैसेज आया जो कि डॉ तपन ने किया। मैसेज में उन्होंने विजय गुप्ता को फॉरेन यूनिवर्सिटी की ऑनरेरी डक्टरेट डिग्री लेने का ऑफर दे दिया।
इसके बाद डॉ तपन ने भारत शासन नीति आयोग से रजिस्टर्ड इंटीग्रेटेड ग्लोबल यूनिवर्सिटी का फॉर्म विजय गुप्ता को भेजा। डॉ तपन ने इसके साथ विजय गुप्ता का बायोडाटा अटैच करने कहा और यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रेशन शुल्क रुपए 1 लाख 75 हजार रुपए बताया। इसके बाद यह भी बताया कि उनके लिए उसने डिस्काउंट कराया है और एक लाख की रजिस्ट्रेशन फीस देने कहा। विजय गुप्ता पीएचडी के लालव में डॉ तपन के झांसे में आ गया और 25-25 हजार रुपए चार किश्तों में ट्रांसफर कर दिए।
रुपए ट्रांसफर होने के बाद डॉ तपन का असली चेहरा सामने आने लगा। इसके बाद इवेंट को लेकर डॉ तपन द्वारा लगातार विजय गुप्ता को गुमराह किया जाता रहा। हर बार इवेंट कैंसिल होने और नई तारीख देता रहा। कभी दिल्ली तो कभी कोलकाता में इवेंट होने की जानकारी दी। जाने के लिए विजय गुप्ता द्वारा रेलवे टिकट भी आरक्षित किया गया लेकिन ऐन मौके पर इवेंट कैंसिल होने की जानकारी भेजना डॉ तपन की आदत में शुमार हो गया।
इस तरह लगभग एक साल तक विजय गुप्ता परेशान रहा। बीच में एक बार कोलकाता में केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी के महिला सम्मेलन होने और उसमें उन्हें पीएचडी दिलाने का झांसा दिया लेकिन यह भी झूठ निकला। इसके बाद विजय गुप्ता स्वयं ही डॉ तपन से मिलने दिल्ली पहुंचा लेकिन इसके द्वारा दिया गया पता भी फर्जी निकला। अंत में थकहारकर डॉ विजय गुप्ता ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। पद्मनाभपुर पुलिस ने इस मामले में डॉ तपन के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।




