भिलाई। वैशाली नगर क्षेत्र से भाजपा द्वारा रिकेश सेन को टिकट देने का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि पार्टी स्तर पर डैमेज कंट्रोल की कोशिशें भी की जा रही है, लेकिन स्थानीय कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें रिकेश सेन के अलावा कोई भी चलेगा। इन कार्यकर्ताओं का साफ कहना है कि यदि पार्टी रिकेश के टिकट को बरकरार रखती है तो वे किसी तरह का सहयोग नहीं कर पाएंगे। कतिपय कार्यकर्ताओं ने तो यहां तक कह दिया है कि यदि रिकेश ही भाजपा से प्रत्याशी बने रहते हैं तो उन्हें किसी कीमत पर जीतने नहीं देंगे। पता चला है कि वैशाली नगर क्षेत्र के दर्जनों कार्यकर्ता लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सम्पर्क में हैं और लगभग रोजाना ही रायपुर जाकर अपनी भावनाओं से अवगत भी करा रहे हैं।
वैशाली नगर से रिकेश सेन को टिकट देकर भाजपा ने अपनी सिरदर्दी बढ़ा ली है। यहां टिकट वितरण में नाराजगी का आलम यह है कि पार्टी के कई कार्यकर्ता निर्दलीय चुनाव लडऩे तक का ऐलान कर रहे हैं। वहीं दर्जनभर ऐसे भी दावेदार रहे हैं, जो स्वयं को छला हुआ महसूस कर रहे हैं। इन दावेदारों का कहना है कि भाजपा का गढ़ मानी जाने वाली वैशाली नगर सीट गलत प्रत्याशी चयन की भेंट चढऩे जा रही है। पार्टी के नेता यहां से प्रत्याशी बदलने लगातार दबाव भी बना रहे हैं। टिकट के कई दावेदार तो अपनी भावनाओं से दिल्ली दरबार को भी अवगत करा चुके हैं। फिलहाल जेपी यादव, संगीता केतन शाह, भोजराज सिन्हा, निर्मला यादव, निहारिका मिश्रा, गणेश हिमांशु, दिव्या मक्कड़ भसीन, अभिषेक मिश्रा के साथ ही भोजराज सिन्हा, राजमणि दुबे और रामाशीष सिंह समेत कई और भी लोग हैं जो प्रदेश के नेताओं के सम्पर्क में हैं। ये लोग हर हाल में वैशाली नगर क्षेत्र से प्रत्याशी बदलने पर जोर दे रहे हैं।
क्यों हो रहा रिकेश का विरोध
रिकेश सेन को पार्टी का युवा चेहरा बताया जा रहा है, लेकिन भाजपा के लोग उन्हें पार्टी का कैडर मानने से ही इनकार करते हैं। उनका साफ कहना है कि रिकेश सेन कांग्रेसी मानसिकता रखते हैं और उनकी कांग्रेस के नेताओं से सांठगांठ भी रही है। इतना ही नहीं, पार्टी के पूर्व विधायक स्व. विद्यारतन भसीन के खिलाफ भी रिकेश सेन ने मोर्चा खोला था। रिकेश पर आरोप है कि वह भाजपा की रीति-नीति से कोई वास्ता नहीं रखते। कार्यकर्ताओं का साफ कहना है कि क्षेत्र में रिकेश की छवि बेहद खराब है और उनके जीतने की संभावना लगभग नगण्य है। रिकेश को टिकट दिए जाने का युवा भाजपा नेता जेपी यादव प्रारम्भ से ही विरोध कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी आलाकमान से प्रत्याशी बदलने की मांग की है। साथ ही उन्होंने आगाह भी किया है कि यदि प्रत्याशी नहीं बदला गया तो पार्टी को एक जीती हुई सीट पर हार का सामना करना पड़ सकता है।
दावेदारों की रही भरमार, फिर भी गलत चयन
क्षेत्र के भाजपाइयों का कहना है कि वैशाली नगर में दावेदारों की भरमार है और पार्टी का हर कार्यकर्ता जीत हासिल करने का माद्दा रखता है। बावजूद इसके पार्टी के नेताओं ने गलत चेहरे पर दांव लगाया है। पार्टी यहां से किसी अन्य युवा, महिला या अनुभवी कार्यकर्ता को भी आजमा सकती थी, लेकिन गलत टिकट वितरण से कार्यकर्ताओं के बीच भी गलत संदेश गया है। नाराज कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे ऐसे व्यक्ति के लिए काम नहीं कर सकते, जिसकी खुद की छवि खराब हो। कार्यकर्ताओं की मांग है कि समय रहते प्रत्याशी बदला जाए।




