हांगझोऊ। एशियाई खेलों में भारत ने इतिहास रच दिया है। एशियाई खेलों के इतिहास में पहली बार भारत ने पदकों का शतक पूरा किया। भारत ने यह उपलब्धि प्रतियोगिता के 14वें पाई। 14 वें दिन भारत की झोली में तीन स्वर्ण, एक रजत व एक कांस्य पदक आया और इसके साथ ही पदकों का सैकड़ा पूरा हो गया। भारत की उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत के लोग रोमांचित हैं कि हमने 100 पदकों की उपलब्धि हासिल की। उन्होंने कहा ,‘‘एशियाई खेलों में भारत के लिये महत्वपूर्ण उपलब्धि। मैं हमारे शानदार खिलाड़ियों को बधाई देता हूं जिनके प्रयासों से भारत ने यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।
एशियाई खेलों के शुरुआती 13 दिन में 95 पदक हासिल करने वाले भारत ने 14वें दिन 100 का जादुई आंकड़ा छुआ और पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। एशियाई खेलों के इतिहास में भारत ने पहली बार पदकों का शतक लगाया है। इस प्रतियोगिता में यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत को पहले दिन पांच, दूसरे दिन छह, तीसरे दिन तीन, चौथे दिन आठ, पांचवें दिन तीन, छठे दिन आठ, सातवें दिन पांच, आठवें दिन 15, नौवें दिन सात, दसवें दिन नौ, 11वें दिन 12, 12वें दिन पांच और 13वें दिन नौ पदक मिले थे। 14वें दिन पांचवां पदक जीतने के साथ ही भारत के पदकों का शतक हो गया।
तीन स्वर्ण सहित पांच पदक
एशियाई खेलों में 14वें दिन की सुबह भारत की झोली में पांच पदक आए। शूटिंग में ज्योति और ओजस ने स्वर्ण पदक जीता। वहीं, महिला कबड्डी टीम भी स्वर्ण पदक जीतने में सफल रही। तीरंदाजी में अभिषेक ने रजत और अदिति ने कांस्य पदक अपने नाम किया। दिन का पहला पदक कंपाउंड तीरंदाजी में ही आया। अदिति ने महिला एकल में कांस्य पदक अपने नाम किया। इसके बाद इसी प्रतियोगिता में ज्योति ने स्वर्ण पदक जीता। पुरुषों की कंपाउंड तीरंदाजी प्रतियोगिता का फाइनल अभिषेक और ओजस के बीच था। ऐसे में भारक दोनों पदक पहले से ही पक्के थे। ओजस ने फाइनल में बेहतर प्रदर्शन किया और स्वर्ण पदक हासिल किया, जबकि अभिषेक को रजत से संतोष करना पड़ा। इसके बाद महिला कबड्डी टीम ने चीनी ताइपे को हराकर लगातार चौथी बार एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
1951 में हुई थी एशियाई खेलों की शुरुआत
एशियाई खेलों की शुरुआत 1951 में हुई थी। दिल्ली में इसका आयोजन किया गया था और मेजबान भारत ने कुल 51 पदक जीते थे। इसमें 15 स्वर्ण, 16 रजत और 20 कांस्य पदक शामिल थे। पदक तालिका में भारत दूसरे स्थान पर था। इसके बाद भारत को 50 पदक हासिल करने के लिए 31 साल का इंतजार करना पड़ा। 1982 में नई दिल्ली में आयोजित एशियाई खेलों में भारत ने 13 स्वर्ण सहित 57 पदक जीते। 1954 में भारत ने कुल 17 और 1958 में सिर्फ 13 पदक जीते, जबकि 1951 में भारत ने 15 स्वर्ण जीते थे। 1990 में ऐसा मौका भी आया, जब पदक तालिका में भारत शीर्ष 10 में भी नहीं था। 1998 से भारत के प्रदर्शन में सुधार आया और 2006 में पहली बार भारत ने घर से बाहर 50 से ज्यादा पदक जीते। इसके बाद से भारत लगातार 50 से ज्यादा पदक जीतता आया है। अब 2023 में भारत ने 100 पदकों का आंकड़ा पूरा कर लिया।




