रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को कहा कि वह राष्ट्रपति के साथ जी20 डिनर में शामिल नहीं होंगे। दरअसल, इस हफ्ते के अंत में जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा उपायों के कारण दिल्ली के अंदर और बाहर जाने वाली कोई गैर-निर्धारित उड़ानें नहीं हैं। बघेल ने कहा कि भाई, अब तो नो फ्लाइंग जोन हो गया है। कैसे जाएंगे (दिल्ली अब नो-फ्लाई जोन बन गया है। मैं कैसे जाऊं? सरकार ने शनिवार को भारत मंडपम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित विशेष रात्रिभोज के लिए जी20 के गणमान्य व्यक्तियों के अलावा सभी मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों को विशेष निमंत्रण दिया है।
इससे पहले दिल्ली हवाईअड्डे ने एक नोटिस जारी कर कहा था कि दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान केवल निर्धारित एयरलाइन उड़ानों और विशेष जी20 शिखर सम्मेलन उड़ानों को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर उतरने और उड़ान भरने की अनुमति दी जाएगी। इसमें कहा गया है कि सामान्य विमानन और गैर-अनुसूचित चार्टर उड़ानों सहित अन्य सभी गैर-अनुसूचित उड़ानों को शिखर सम्मेलन के दौरान हवाई अड्डे का उपयोग करने से प्रतिबंधित किया गया है।
हालांकि, डिनर में कई शीर्ष विपक्षी नेताओं को आमंत्रित नहीं किया गया है। इनमें कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खडग़े भी शामिल हैं। खडग़े को केंद्र की अनदेखी पर प्रतिक्रिया देते हुए बघेल ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें लोकतंत्र में विपक्ष का सम्मान करना चाहिए। यह लोकतंत्र पर हमला है कि उन्हें रात्रिभोज में आमंत्रित नहीं किया गया।Ó
बता दें कि जी-20 सम्मेलन के तहत वल्र्ड लीडर्स के स्वागत में कल (9 सितंबर) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रात्रिभोज का आयोजन किया है। इस डिनर के लिए विदेशी मेहमानों के अलावा भारत के कई राजनेताओं को भी आमंत्रित किया गया है। देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को न्योता दिया गया है। विपक्ष के ढ्ढहृष्ठढ्ढ्र गठबंधन में शामिल तीन बड़े नेता डिनर में शामिल होने जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कल रात कोलकता से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगी। वहीं, 10 सितंबर की सुबह वह वापस कोलकाता लौट सकती हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन भी रात्रिभोज में शामिल होने वाले हैं।