दुर्ग। खरीफ 2023 में जिले के कृषकों के लिए उच्च गुणवत्तायुक्त आदान सामग्री यथा-खाद, बीज एवं कीटनाशक दवाई की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिये कृषि विभाग द्वारा सघन जांच अभियान चलाया। जिले के निजी एवं सहकारी प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया जा रहा है।
इसी अनुक्रम में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के निर्देशानुसार उप संचालक कृषि ललित मोहन भगत, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी सौरभ वर्मा, विकासखण्ड निरीक्षक दुर्ग नवीन खोब्रागड़े, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अनिल कुमार चन्द्राकर, वाहन चालक यदुसुदन ठाकरे के संयुक्त दल द्वारा विकासखंड-दुर्ग में प्रतिस्थापित मिश्रित उर्वरक निर्माण फैक्ट्री मेसर्स सुहाने एग्रो (इंडिया) प्रा.लि. हथखोज का 25 अगस्त 2023 को औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण उपरांत मिश्रित उर्वरक निर्माण फैक्ट्री से निर्मित उर्वरक 1630:0-3 नमूने, 20:20:10-1 नमूने, सिंगल सुपर फास्फेट 16 प्रतिशत (Raw Material) का 01 नमूना लेकर गुणवत्ता परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया।
निरीक्षण के दौरान मिश्रित उर्वरक निर्माण फैक्ट्री में 10 वर्ष पुराना कच्चे सामग्री का उपयोग एवं भण्डारण पाया गया। जिससे निर्मित उर्वरको की गुणवत्ता में कमियां पाई गई तथा निर्माण संबंधी संधारित स्कंध पंजी एवं अन्य दस्तावेजों का अवलोकन नहीं कराने के कारण संबंधित निर्माता कम्पनी को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। उक्त नोटिस का जवाब 03 दिवस के भीतर प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। साथ ही समयावधि में समाधान कारक जवाब प्रस्तुत नहीं करने की दशा उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 के प्रावधानों के तहत मिश्रित उर्वरक निर्माण फैक्ट्री को सील करने की कार्यवाही की जावेगी। उप संचालक कृषि द्वारा निर्माता को उर्वरकों की अच्छी गुणवत्ता युक्त आदान सामग्री का निर्माण एवं सुखे हवादार जगहों पर नियमानुसार उर्वरकों का भण्डारण करने हेतु निर्देश दिये गये।