रायपुर (पीआईबी)। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के एलुमनी एसोसिएशन द्वारा कल ‘वार्षिक एलुमनी दिवस 2023’ का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि संस्थान के निदेशक डॉ. एन वी रमना राव रहे। इस आयोजन में 1963,1973,1988 और 1998 बैच के छात्र सम्मिलित हुए।
सत्र का शुभारंभ स्वागत समारोह के साथ किया गया, जिसके बाद गाजे बाजे के साथ सभी पूर्व छात्र कार्यक्रम में शामिल हुए। तत्पश्चात् एलुमनी एसोसिएशन के उपाध्यक्ष महेश चांडक के द्वारा स्वागत भाषण दिया गया जिसके माध्यम से उन्होंने एलुमनी एसोसिएशन का संक्षिप्त परिचय दिया और संस्थान के विकास में इन्क्यूबेशन सेंटर की महत्वता पर जोर दिया। उन्होंने पधारे हुए सभी पूर्व छात्रों का अभिनंदन किया और स्पोंसर्स एवं दानदाताओं का धन्यवाद दिया।
एलुमनी संगठन के सचिव, अनंत सिंह परिहार द्वारा एसोसिएशन की वार्षिक गतिविधियों की रिपोर्ट को पेश किया गया। परिहार जी ने एलुमनी एसोसिएशन द्वारा किये गये कार्यों के बारे में बताया कि संगठन द्वारा जरूरतमंद विद्यार्थियों की शिक्षा एवं अन्य विकास कार्यो में 1.21 करोड़ रुपए खर्च किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि गोल्डन टावर का निर्माण भी पूर्व छात्रों के सहयोग से किया गया है।
इसके बाद संस्थान के निदेशक डॉ. एन वी रमना राव ने अपने भाषण के साथ सत्र को आगे बढ़ाया और संस्थान के विभिन्न बैचेस के एलुमनी को बधाई दी । उन्होंने एलुमनी संगठन और संस्थान के बीच परस्पर सहयोग की तारीफ की। इसके बाद 1963 बैच के प्रतिनिधि चंद्र्रतन मुंद्रा ने पूर्व और वर्तमान शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा की यह बहुत गर्व की बात है कि इस संस्थान ने सभी क्षेत्रों में असाधारण इंजीनियर तैयार किए हैं ।
इस अवसर पर 1973 बैच के एलुमनी पंकज गौतम ने सभी महानुभावों का आभार व्यक्त किया तथा ग्रेजुएशन के 50 साल पूरे होने पर गोल्डन जुबली बैच को बधाई दी और अपने बैचमेट्स की उपलब्धियों पर गर्व अनुभव किया।
इसके बाद 1988 बैच के अनिल नेह्लानी ने अपने बैच की उपलब्धियों का सारांश दिया। उन्होंने शिक्षकों की सराहना की और सत्र के आयोजन के लिए पूर्व छात्र संघ को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही 1988 बैच के सभी एलुमनी द्वारा संस्थान को एक गोल्फ कार्ट भी उपहार दी गई।
1998 बैच के अतुल द्विवेदी ने सभी उपस्थित बैचों का आभार व्यक्त किया और इस बात पर जोर दिया कि कैसे इस उत्सव ने पूरे पूर्व छात्र समुदाय को एकजुट किया।
उत्सव का समापन दोपहर के भोजन के साथ हुआ और इस दौरान पूर्व छात्रों ने अपने-अपने विभागों का भी दौरा किया और अपने पढ़ाई के दिनों की यादें ताजा की।